गाजीपुर में गंगा का जलस्तर खतरे से ऊपर, 5 तहसीलें बाढ़ से प्रभावित, फसलें डूबी

गाजीपुर में गंगा नदी का जलस्तर पिछले तीन दिनों से उच्च स्तर पर बना हुआ है। सुबह 8 बजे जलस्तर 63.590 मीटर मापा गया, जो खतरे के निशान 63.105 मीटर से अभी भी अधिक है।
सदर, सैदपुर, जमानिया, सेवराई और मुहम्मदाबाद तहसीलें बाढ़ की चपेट में हैं। प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की सैकड़ों बीघा फसल पानी में डूब गई है। ग्रामीणों को पशुओं के लिए चारे की कमी और स्वास्थ्य सुविधाओं की अनुपलब्धता के कारण संक्रामक बीमारियों का खतरा भी है।
सेवराई तहसील के वीरऊपुर, हसनपुरा, नसीरपुर, नगदीलपुर, अठहठा और रामपुर गांव सबसे अधिक प्रभावित हैं। प्रशासन ने वीरऊपुर, हसनपुरा और नसीरपुर में राहत और बचाव के लिए दो नावें तैनात की हैं।
जिला आपदा विशेषज्ञ अशोक राय ने बताया कि चेतावनी स्तर 62.100 मीटर है। इस वर्ष 5 अगस्त को जलस्तर 64.690 मीटर तक पहुंच चुका था। पिछले तीन वर्षों के रिकॉर्ड के अनुसार, 2021 में 64.680 मीटर, 2022 में 64.390 मीटर और 2024 में 63.670 मीटर अधिकतम जलस्तर दर्ज किया गया।
स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट मोड पर हैं। नवापुरा, स्टीमर घाट, ददरीघाट, जैतपुरा घाट और गंगा तट के निचले इलाकों में लोगों ने जलस्तर पर कड़ी नजर रखी हुई है। रेवतीपुर, भांवरकोल और करंडा में प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रहा है।