गोरखपुर में इलेक्ट्रिक बसों का नया रूट सर्वे: भीड़भाड़ के समय बढ़ेंगी बसें, जुड़ेंगे नए मार्ग

गोरखपुर शहर में चल रही 25 इलेक्ट्रिक सिटी बसों का एक बार फिर रूट सर्वे कराया जाएगा। इस सर्वे का मकसद यह तय करना है कि किस रूट पर किस समय कितनी बसें चलाई जाएं। खासतौर पर व्यस्त समय में बसों की संख्या बढ़ाने की तैयारी है, ताकि यात्रियों को दिक्कत न हो और वे समय पर अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।
सुबह चार्जिंग के कारण घटती हैं बसें
वर्तमान में ये 25 बसें शहर के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों जैसे गोला, चौरी-चौरा, सहजनवां, पिपराइच और पीपीगंज तक जाती हैं। लेकिन सुबह 8 से 11 बजे के बीच कई बसें चार्जिंग पर रहती हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी होती है और उन्हें निजी वाहनों पर निर्भर रहना पड़ता है। वहीं, दिन में कई बार बसें लगभग खाली चलती हैं क्योंकि उस समय सवारी कम होती है। नए सर्वे का मकसद इन समस्याओं का हल निकालना है।
कई इलाकों में अब तक नहीं पहुंची सेवा
शहर के कई हिस्सों में अभी तक सिटी बसें शुरू नहीं हो पाई हैं। मोहद्दीपुर से पादरी बाजार, काली मंदिर से शास्त्री चौक और कुनराघाट गुरुंग चौक से एयरपोर्ट तक यात्रियों को बस सेवा का इंतजार है। अधिकारियों का कहना है कि नए सर्वे के बाद इन रूटों को भी शामिल करने पर काम होगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों को सुविधा मिल सके।
समय सारणी में बदलाव की तैयारी
सिटी ट्रांसपोर्ट के सहायक प्रबंधक लव कुमार सिंह ने बताया कि सर्वे के बाद बसों की समय सारणी भी बदली जाएगी। कोशिश होगी कि पीक टाइम में अधिक बसें उपलब्ध कराई जाएं और खाली समय में बसों को कम चलाया जाए। इससे यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी और ऊर्जा की भी बचत होगी।