गोंडा में घाघरा नदी का जलस्तर घटा: खतरे के निशान से नीचे बह रही धारा, बाढ़ पीड़ितों को मिल रही राहत

गोंडा जिले में घाघरा नदी का जलस्तर लगातार कम हो रहा है। पिछले 24 घंटों में नदी का स्तर 21 सेंटीमीटर नीचे आया और अब यह खतरे के निशान से 9 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। वहीं, गिरजा, शारदा और सरयू बैराज से 3,04,935 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद भी नदी का बहाव नियंत्रित बताया जा रहा है।

जलस्तर में कमी से जहां तटीय इलाकों में राहत मिली है, वहीं कटान की समस्या और तेज हो गई है। अब तक करीब 1000 बीघा जमीन और फसलें नदी की धारा में समा चुकी हैं, साथ ही 6 फूस के मकान भी बह गए। बाढ़ व सिंचाई विभाग कटान रोकने के लिए बोल्डर डालने का काम कर रहा है, लेकिन नदी का कटाव जारी है।

तरबगंज तहसील के ब्योन्दा माझा, बहादुरपुर, कंचनपुर, बनगांव और करनैलगंज तहसील के नकहरा गांव में पानी का स्तर धीरे-धीरे घट रहा है। इससे बाढ़ पीड़ितों को राहत मिल रही है और आवागमन भी सुगम हो रहा है। हालांकि कटान की वजह से ग्रामीण अपनी हरी फसल काटकर पशुओं को चारे के रूप में इस्तेमाल करने को मजबूर हैं। सबसे ज्यादा नुकसान तरबगंज क्षेत्र में देखा जा रहा है, जहां सरयू और घाघरा दोनों नदियां एक साथ कटाव कर रही हैं।

अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि जलस्तर घटने से गांवों में बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और पशु चिकित्सा विभाग को सतर्क किया गया है। साथ ही पंचायत राज विभाग को प्रभावित गांवों में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।

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